प्रो. राजेन्द्र बड़गूजर को मिला दो लाख का जनकवि मेहरसिंह पुरस्कार
प्रमोद कुमार
मोतिहारी : महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार के भाषा एवं मानविकी संकाय के अधिष्ठाता प्रो.राजेन्द्र सिंह बड़गूजरको हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2019 का ‘जनकवि मेहर सिंह’ पुरस्कार देने की घोषणा हुई है। प्रो. सिंह विश्वविद्यालय में ‘लोक कला एवं संस्कृति निष्पादन केंद्र’ के निदेशक भी हैं।हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा ‘जनकवि मेहर सिंह सम्मान’ के तहत प्रशस्ति पत्र एवं दो लाख रुपये की धनराशि प्रदान की जायेगी।
प्रो.राजेन्द्र सिंह बडगूजर पिछले बारह वर्षों से हरियाणा लोक साहित्य के अध्येता बनकर उभरे हैं। उन्होंने अनेक गुमनाम लोक कवियों की रचनाओं को संपादित किया है और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। हरियाणा के लोक साहित्य पर आपकी बाईस पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। जिनमें से महाशय दयाचंद मायना ग्रंथावली, धनपत सिंह निदाना ग्रंथवाली, छज्जूलाल सिलाना ग्रंथावली, सोरण राम ने हरियाणवी रचनावली, फौजी प्रेम सिंह कृत किस्सा भीमराव अंबेडकर और अन्य रागनियां, करतार सिंह कैत की रागनियां, मास्टर दयाचंद आज़ाद ग्रन्थावली, देईचंद ग्रंथावली, अमर सिंह छछिया की रागणियां, मुंशीलाल जांडली ग्रंथावली, सांग-सम्राट चंद्रलाल बादी ग्रंथावली व छपकटैया आदि प्रमुख हैं।प्रो.सिंह के चार कविता संकलन व दो कहानी संकलन भी प्रकाशित हैं। इसके अतिरिक्त पांच पुस्तकें आलोचना पर हैं। इनके साहित्य पर अनेक विश्वविद्यालयों में पी-एच. डी. शोधकार्य हो रहे हैं। प्रो. सिंह की ‘छापकटैया’ पुस्तक भी अभी हाल ही में प्रकाशित हुई है।महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने प्रो. राजेन्द्र सिंह की इस उपलब्धि को विश्वविद्यालय के लिए गौरवपूर्ण बताया और उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। साथ ही विश्वविद्यालय के शिक्षक, प्रशासनिक अधिकारी, शोधार्थी, विद्यार्थी और कर्मचारियों ने भी प्रो. सिंह को बधाई प्रेषित की हैं।