निजी चिकित्सालय में शोशित
मैथिली शुक्ल
निजी अस्पताल के डॉक्टरों के फीस को लेकर अंकुश लगाई जाए ताकि गरीबों का भी इलाज संभव हो सके।
छपरा जिला मुख्यालय के अधिकांश डॉक्टर की फीस 400/500 प्रति मरीज हैं। सुविधा शुक्ल की बात की जाए तो पता चलता है कि डॉक्टर साहब इमरजेंसी के लिए 1000 रुपए प्रति रोगी से लेते हैं। इन अस्पतालों में पता चला की प्रतिदिन डॉक्टर साहब 200 मरीज को देखा जाता हैं! इस हिसाब से एक डॉक्टर एक दिन में एक लाख रुपये की वसूली करने का काम करते हैं। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री, सांसद विधायक को इस पर विचार करना लाजिमी है।
प्राईवेट क्लिनिक पर एक मानक फीस लेने के लिए सदन तक इस बात को ले जाया जाए ताकि गरीबों का इलाज इन अस्पतालों में संभव हो सके।